श्री मद देवी भागवत महायज्ञ सुनने से जन्म जन्म के कष्ट जलकर भष्म हो जाते हैं--महंत नरहरि दास जी महाराज
यज्ञ मंडप की पूजा के बाद मंगलाचरण के साथ प्रवचन का दौर शुरू हुआ।सबसे पहले देवी भागवत पूजा की गई।उसके बाद मुख्य जजमान राजा के पुत्र दिलीप सिंह अपने परिवार के साथ महंत नर हरि दास जी महाराज को प्रणाम एवं माल्यर्पण कर उनका स्वागत किया।प्रवचन करते हुए पहले दिन अयोध्या से आये सत्यम पीठाधीश्वर ने श्री नरहरि दास जी महाराज भक्तमाली ने श्री मद देवी भागवत की महत्ता को बताया।कहा कि श्री मद देवी भागवत को सुनने से ही जन्म जन्म के कष्ट जल कर भसम हो जाते हैं ।कहा कि यज्ञ शुरू होते ही वर्षा आ जाय तो यज्ञ को पूर्ण सफल माना जाता है।।इस बीच देवी की उपासना करने वाले कई भक्तों की कथा सुनाई।देवी भागवत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भक्ति से युक्त होने पर मैया मंत्रो के बिना भी भक्तों पर कृपा करती है।इसलिये तो वो माँ है।कार्यक्रम को सफल बनाने में अशोक गुप्ता,दिगंबर प्रसाद बक्सी,मुरारी प्रसाद सिन्हा,विजय राम,गौरव राम,देवेश बक्सी,जानकी मल्लाह,पंचम सिंह,भोला साव,अर्जुन मल्लाह, दिनेश सोनार,नितेश गुप्ता, पवन माल्लाह,बप्पी लाहकर,विकास मल्लाह, अमित मल्लाह, गोलू गुप्ता,मयंक बर्णवाल,दिनेश महतो,राम प्रसाद महतो,आकाश गुप्ता,शुशील कुमार,अमन गुप्ता, सजीत सिंह,संजीव गोस्वामी, चंद्रकांत साव,मुन्ना विश्वकर्मा, बद्री मल्लाह, संतोष सिंह,अमित राम,देवेंद्र कुमार,नीरज गुप्ता,बचु साहू,उमेश साहू,पंकज साव सहित कई का सराहनीय योगदान रहा।
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