पीठ ओर बाजू में कील चुभोकर झूलते हैं भक्त।पीरटांड़ में भोक्ता पर्व (बिशुवा मेला)का आयोजन

बिशुवा पर्व (खंभे में झूलते भक्त)
पीरटांड़(गिरिडीह)//-- आस्था और विश्वास का पर्व विशुआ पर्व अर्थात भोक्ता   पर्व पालगंज  में धूमधाम के साथ बुधवार   को सम्पन्न  हो गया।इस अवसर पर व्रत करने वाले भक्त लकड़ी के विशाल  खंभे  में  झुला झुलते  हैं।इस पर्व में भगवान शिव की आराधना  एवं पूजा  की जाती हैं। बताते चले  कि पीरटांड़  के पालगंज पंचायत के महादेव मंडा स्थित शिव मंदिर में आयोजित अति प्राचीन भोक्ता पर्व बुधवार को सुबह को समाप्त हो गया। बैशाख मास के प्रतिपदा से शुरू पांच दिवसीय भोक्ता पर्व छठे दिन  भक्तों के आस्था   के साथ समाप्त हुआ। पहले  दिन से विधि-विधान से इस पर्व के मौके पर व्रत रख चुके पुरुष भक्त पीठ व बाजू में लोहे के किल चुभोकर लकड़ी के बने बड़े खंभे पर झूल कर आस्था के फूल बरसाए।खंभे में झूलने के  दौरान भोक्ताओ ने अपने गले में पहने माला को तथा फूल को तोड़कर नीचे गिराया जिसे उमड़ी भीड़  लेने के लिए टुट पड़ी।  मान्यता है कि इस फूल को रखने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।लोगों ने बताया कि यह पर्व पारंपरिक रूप से सेकड़ो वर्षो से मनाया जा रहा है। मान्यता है कि यहां सभी की मन्नत पूर्ण होती है और वे इसी प्रकार पीठ पर कील लेकर भगवान शिव को खुश करते हैं।इसके पूर्व  पीरटांड़ के कुड़को तथा इसके आसपास के क्षेत्रों में भी यह मनाया जा चुका है।इस दरम्यान पुजा के अवसर पर भव्य मेले का भी आयोजन होता है। मेला में दूर- दराज से लोग आते हैं। पहले तो राजा के परिवार यहां पूजा संपन्न कराते थे, अब समिति बनाकर गांव के आर्थिक सहयोग से पूजा होती है।वही पूजा को सफल बनाने में स्थानीय ग्रामीण व समिति के सदस्य तूफान सिंह, रामप्रसाद महतो,सरयू राय,संभु सिंह,दिनेश कुमार,सहित कई लोगो का सराहनीय योगदान रहा।

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