पीरटांड़ में कार्यरत शिक्षक की मौत।

 पीरटांड़ (गिरिडीह)//=  पीरटांड़ के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गम्भरा में कार्यरत शिक्षक संतोष कुमार की आकस्मिक मौत शुक्रवार रात में हो गयी।स्वजनों का कहना  है कि शिक्षक की मौत लू लगने से हो गयी।शुक्रवार सुबह वे तोपचांची से पीरटांड़ प्रखंड के बनसिमरी गम्भरा स्कूल में पढ़ाने आये थे।वहीं लौटने के क्रम में एक बजे के वक्त उन्हें उल्टी व चक्कर आया था जिसके बाद किसी तरह वे घर पहुंचे।घर मे उनकी तबियत बिगड़ी और अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गयी।बताया गया कि कुछ साल पहले पारा शिक्षक से वे सरकारी शिक्षक बने थे।जिनका पदस्थापन पीरटांड़ के बनसिमरी गम्भरा स्कूल में हुआ था और वे प्रधान शिक्षक के रूप में कार्यरत थे।उनके निधन पर शिक्षक संघ के नेताओ व शिक्षको ने जहां इस घटना को दुखद बताते हुए शोक जताया है वहीं स्कूल संचालन के सरकार के तुगलकी फरमान की भी निंदा की है।संघ के रामकिंकर उपाध्याय,सफदर अली, पुरन मांझी,अशोक सिंह,प्रमोद सिंह आदि ने बताया कि सरकार को ये नही पता कि स्कूलों में शिक्षक कितना जान को जोखिम में डाल कर पढ़ा रहे हैं और ऊपर से सरकारी दस्तावेजों के दवाब।।बताया कि झारखंड के इतिहास में मॉर्निंग स्कूल को एक बजे दोपहर तक कभी नही चला था।फिलहाल मृतक के परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट गया है बताया जाता है इनके दो छोटे छोटे बच्चे हैं।इनका पैतृक आवास नरकोपी , तोपचांची धनबाद के रहने वाले । परिवार में दो छोटे, पत्नी एवम बूढ़े माता पिता है । जिनके जीवन निर्वाह का दायित्व इनपर था ।।

Comments

Popular posts from this blog

दुर्गापूजा समिति पालगंज की बैठक संम्पन्न।रविरंजन सिंह पुनः बने अध्यक्ष।

श्री मद देवी भागवत महायज्ञ सुनने से जन्म जन्म के कष्ट जलकर भष्म हो जाते हैं--महंत नरहरि दास जी महाराज

भगवान श्री चित्रगुप्त जी की पूजा के शुभ अवसर पर गिरिडीह में निकाली गई शोभायात्रा।हजारों की संख्या में महिला पुरुष हुए शामिल